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________________ परिशिष्ठ-२ जैनागम सिद्ध मूर्तिपूजा चरतजीका साधुपलेको नेपदेखके उनकी राणीयांसी कस्तोमा पासूनके मूलपाहमें कह है?-- M ARA-.. पाव .... पूनम यातनजसनेसोलोभिशातिनाथजीकाजीव मेघरयराजाची दूपरेवडाकबूतर) बचाया करते सो)मूलमत्रके कहर नियम करके भाइजानेवाले बलदेव रामजी और बासुदेव मुनिसुन्नतजाके वासनः EिRE बलिदमलजीकृये है उनका विस्तार सहित आध्वर्यजनक अधिकार कस्तो मोसूत्र के मूलगामें कहे? शालक्ष्मण जी की प्राताका नामा सुमित्रा कहते हेमा कोमलयामें कहा सनरावलको सोने कोल कोकहोमोशनके मूलपामें कहा है? नारद रावणकलाईयांकानामा कुलकणे और बिनीषण या ऐमा कहते काही सो ) मनके मूलपा कहते ............. रिष्ठ राजलकी बहिनकानाम सूर्यनारसा कहतहोम इस्लकेमूलपाठमें कहा है २प रावलका बहनोई खरदूषण कहते है सो)सत्रकेमूलपाळमें का? नारमा रावलकीरालीका नाममदोदरी कहतेस ३१)मलके मूलपामें कहा? अरावल के पुत्र का नामझात कहतेशे सत्र के मूलपाठ में कहे। रामनंजीकी राती सीता सतीकु रावण हरकें लेगया कहते । सो. ३) मंत्र के पूलपाठ में कहा ........ लासा ३२) सूत्रके फूल पाहमें कहा? Artisaaucpaik Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004077
Book TitleJainagam Siddh Murtipuja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhushan Shah
PublisherChandroday Parivar
Publication Year2014
Total Pages352
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Devdravya
File Size10 MB
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