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जैनागम सिद्ध मूर्तिपूजा प्रयोग ही आते हैं। जिसके सैंकड़ों उदाहरण हैं । जिससे चेइय का अर्थ ज्ञान करना असंगत है, उसमें अभिनिवेश मालूम होता है । ____ अतः, चैत्य शब्द का अर्थ – 'साधु, ज्ञान, इत्यादि' करना पूर्ण रुप से निराधार अनागमिक एवं अप्रामाणिक हैं चैत्य शब्द का संगत अर्थ मात्र 'जिनमन्दिर जिनप्रतिमा' ही है ।
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पूर्व एव
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..आरास में तहमा त्रिशंकु
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