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(२०२४) जिनकुशलसूरि-पादुका ..................पक्षे सप्तमी दिने सोमवारे शुभयोगे श्रीजिनकुशलसूरि गुरु पादुके कारापिता। शुभं भवतुः।
(२०२५) जिनचन्द्रसूरि-पादुका ___जंगम युगप्रधान भट्टारकेन्द्र प्रभु श्री १०८ श्री श्री श्री श्री श्रीजिनचंद्रसूरिणां पादुके प्रतिष्ठितं भट्टारक शिरोमणि जं। यु। श्रीजिनोदयसूरिभिः।
(२०२६) दादापादुका माह सुदि १३ दिने...............सूरीणां पादुके. ..................
(२०२७) जिनसागरसूरि-पादुका श्रीखरतराचार्यगच्छे भट्टारक श्रीजिनसागरसूरिवराणां पादुके। श्रीरस्तु:
(२०२८) समयसुन्दर-पादुका ॥ उ॥ श्री १०८ श्रीसमयसुन्दर गणि पादुका
__ (२०२९) पादुका-युगल (१) ॥ सं० श्री ५ 'श्रीजिनविमलसूरि पादुका। (२) ॥ श्रीजिनललितसूरि पादुका।।
(२०३०) आणंदचन्द-पादुका । उ। श्री १०८ श्रीआणंदचंदजी गणि पादुकामिदं॥
. (२०३१) कुशलभक्ति-पादुका ॥ श्री १०८ श्रीकुशलभक्तिजी सद्गुरूणाम् पादुके कारापितम् प्रतिष्ठितम् चिरंनंद्यात्
(२०३२) क्षमाकल्याणमूर्तिः ...........ध वारे। उपाध्यायजी श्री १०६ श्रीक्षमाकल्याणजित् गणिनां मूर्ति श्रीसंघेन का०
२०२४. गौड़ीपार्श्वनाथ मंदिर के अन्तर्गत सम्मेतशिखर मंदिर, बीकानेर : ना० बी०, लेखांक १९६६ २०२५. दादाबाड़ी, जैसलमेर : ना० बी०, लेखांक २८५३ २०२६. जैनमंदिर, पावापुरी तीर्थ : पू० जै०, भाग १, लेखांक १९५ २०२७. शांतिनाथ जिनालय, नाहटों में, बीकानेर : ना० बी०, लेखांक १८०५ २०२८. दादाबाड़ी, जैसलमेर : ना० बी०, लेखांक २८५५ २०२९. जैनमंदिर, पावापुरी : पू० जै०, भाग १, लेखांक २०१ २०३०. दादाबाड़ी, जैसलमेर : ना० बी०, लेखांक २८५६ २०३१. नेमिनाथ जिनालय, राणीसर तालाब, फलौधी: भंवर० २०३२. सीमन्धर स्वामी का मंदिर, भांडासर बीकानेर: ना० बी०, लेखांक ११८२
(खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह:)
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