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________________ (६५३) आदिनाथ-पञ्चतीर्थीः सं० १५१९ वर्षे आषाढ़ वदि १ श्री मंत्रिदलीय ठ० लाधू भार्या धर्मिणि पुत्र स० अचलदासेन पुत्र उग्रसेन लक्ष्मीसेन सूर्यसेन बुद्धिसेन देवपाल वीरसेन पहिराजादि युतेन स्वश्रेयसे श्रीआदिनाथबिंब कारितं प्रतिष्ठितं श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनसागरसूरिपट्टे श्रीजिनसुन्दरसूरिपट्टालंकार श्रीजिनहर्षसूरिवरैः। (६५४) शीतलनाथ-पञ्चतीर्थी: सं० १५१९ वर्षे आषाढ़ वदि १ श्रीमंत्रिदलीयशाखायां बायड़ा गोत्रे स० षौमराज भा० सुरदेवी पुत्र ठ० दासू भा० कपूरदे पु० ठ० सदय वछ (?) प्रमुखपरिवारसहितेन स्वश्रेयसे श्रीशीतलनाथबिंबं कारितं प्र० श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनसुंदरसूरिपट्टे श्रीजिनहर्षसूरिभिः॥ श्री॥ (६५५) शान्तिनाथ-पञ्चतीर्थीः सं० १५१९ आषाढ़ व० १ मंत्रिदलीय। श्रीकाणागोत्रे ठ० लाधू भा० धर्मिणि पु० सं० अचलदासेन पु० उग्रसेन लक्ष्मीसेन सूर्यसेन बुद्धिसेन देपालादियुतेन श्रीशान्तिबिंबं का० प्रति० श्रीजिनसुन्दरसूरिपट्टे श्रीजिनहर्षसूरिभिः॥ (६५६) शान्तिनाथ-पञ्चतीर्थीः सं० १५१९ व० आषाढ वदि १ मंत्रिदलीय श्रीकाणागोत्रे ठ० लाधू भा० धर्मिणि पु० सं० अचलदासेन पु० उग्रसेन लक्ष्मीसेन सूर्यसेन देवपाल वीरसेन पहिराजादियुतेन श्रीशान्तिबिंबं का० प्रति० श्रीख० श्रीजिनसुन्दरसूरिपट्टे श्रीजिनहर्षसूरिभिः ।। (६५७) शान्तिनाथ-पञ्चतीर्थी: सं० १५१९ वर्ष आषाढ़ वदि १ मंत्रीदलीय श्रीकाणागोत्रे ठ० लाधू भा० धर्मिणि पु० अचलदासेन पु० उग्रसेन लक्ष्मीसेन सूर्यसेन बुद्धिसेन देवपाल वीरसेन पहिराजादियुतेन श्रीशान्तिनाथदेव का० श्रीजिनभद्रसूरिपट्टे श्रीजिनचन्द्रसूरिभिः (६५८) कुन्थुनाथ-पञ्चतीर्थीः सं० १५१९ वर्षे आषाढ़ वदि १ मंत्रिदलीय काणागोत्रे ठ० नागराज सु० लडू भार्या धर्मिणि सु० सं० श्रीकेवलदास भार्या वीरसिंघि पु० स० सूर्यसेन श्रावकेण श्रीकुंथुनाथबिंबं कारितं० प्र० श्रीखरतरगच्छे श्रीजिनसागरसूरिपट्टे श्रीजिनसुन्दरसूरिपट्टे श्रीजिनहर्षसूरिभिः॥ ६५३. प्रतिष्ठासथान-सम्भवनाथ जिनालय-वालुचरः पू० जै०, भाग १, लेखांक ४८ ६५४. मथियान मुहल्ला: पू० जै०, भाग १, लेखांक २१६ ६५५. चन्द्रप्रभ जिनालय, आमेरः प्र० ले० सं०, भाग १, लेखांक ५९६ ६५६. महावीर जिनालय, चोथ का बरबाड़ाः प्र० ले० सं०, भाग १, लेखांक ५९७ ६५७. खरतरगच्छीय बड़ा मंदिर, तूलापट्टी, कलकत्ता : जै० धा० प्र० ले०, लेखांक १७३ ६५८. कुशलाजी का मंदिर, रामघाट, वाराणसी: पू० जै०, भाग १, लेखांक ४१८ (खरतरगच्छ-प्रतिष्ठा-लेख संग्रह:) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004075
Book TitleKhartargaccha Pratishtha Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year2005
Total Pages604
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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