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अपने धर्मात्मा पिताश्रीको अन्तिम समय पर वर्धमान का धर्म प्रवण राजगदी के लिए बड़े भालाकी वर्धमानसे विनंति
-वर्धमान महावीर की दिनचर्या
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देववंदन-पूजन
गुरुचरणे
(३) ध्यानादि.वर्ष २८-३०
૨૦ : પિતા સિદ્ધાર્થનું ધાર્મિક ભાવનામાં (સમાધિ) મૃત્યુ થાય એ માટે ધર્મ સંભળાવતા ભગવાન વર્ધમાન તેમજ અન્ય પ્રસંગો २०: पिता सिद्धार्थका धार्मिकभावनामें (समाधि) मृत्यु हो इस लिये धर्म सुनाते हुए भगवान वर्धमान तथा अन्य प्रसंग
20 : Bhagavan preaching religion to father Siddhartha to get him religious (samadhi) death and other incidents Jain Education International
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