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________________ अध्याय-७ ELDARAMMS क्र० | संवत् | तिथि/मिति | ग्रन्थ का नाम | मूल प्रशस्ति/ | प्रशस्तिगत आचार्य | प्रतिलिपिकार सन्दर्भ ग्रन्थ प्रतिलेखन प्रशस्ति | मुनि का नाम ३५. १७२२ | आश्विन वदि ३/ औपपातिकस्तवन | प्रतिलेखन की | विनयप्रभसूरि | विनयप्रभसूरि पूर्वोक्त, क्रमांक ३६०, मंगलवार दाता प्रशस्ति पृ० ३३. ३६. १७३७ | चैत्र १४ न्यायसिद्धान्तमंजरी | प्रतिलेखनप्रशस्ति । महिमाप्रभसूरि | महिमाप्रभसूरि | वही, क्रमांक १०८, मंगलवार लघुचिन्तामणि पृ० १०-११. ३७.१७५० तिथिविहीन | वरडाक्षेत्रपालस्तोत्र- मूलप्रशस्ति | महिमाप्रभसूरि के वही, क्रमांक ४३४३, अवचूरि पट्टधर भावप्रभसूरि पृ० २६५. ३८. |१७६१ | आश्विन वदि २ | तत्त्वार्थसूत्रबालावबोध| प्रतिलेखनप्रशस्ति | महिमाप्रभसूरि के शिष्य | मुनि सहजरत्न | वही, क्रमांक ३४७३, मंगलवार मुनि सहजरत्न पृ० २००. ३९. १७६२ | माघ सुदि १३ | ज्ञानसार अष्टक- | प्रतिलेखनप्रशस्ति | महिमाप्रभसूरि के शिष्य | भावरत्नसूरि | वही, क्रमांक २४८८, मंगलवार बालावबोध भावरत्नसूरि पृ० १२५-२६. ४०. १७६२ | श्रावण सुदि ११ | वीतरागकल्पलता | प्रतिलेखनप्रशस्ति | पुण्यप्रभसूरि के शिष्य वही, क्रमांक २५३३, विद्याप्रभसूरि के शिष्य पृ० १२९-१३०. ललितप्रभसूरि के शिष्य विनयप्रभसूरि के शिष्य महिमाप्रभसूरि ४१. १७६४ संग्रहणीप्रकरण प्रतिलेखनप्रशस्ति | महिमाप्रभसूरि के भावरत्नसूरि | वही, क्रमांक ३०७७, पट्टधर भावरत्नसूरि पृ० १६९. ४२. १७६७ | तिथिविहीन शब्दरत्नाकर प्रतिलेखनप्रशस्ति | विनयप्रभसूरि के | भावरत्नसूरि । वही, क्रमांक ६२१४, पट्टधर भावरत्नसूरि पृ० ४०३-४०४. ratecolh oneinelionairy-org १७५
SR No.004033
Book TitleBruhad Gaccha ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherOmkarsuri Gyanmandir Surat
Publication Year2013
Total Pages298
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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