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तालिका-१
प्रशस्तियों के आधार पर निर्मित पूर्णिमापक्ष के आचायों की गुरु-परम्परा
सर्वदेवसूरि
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अध्याय-७
विजयसिंहसूरि
चन्द्रप्रमसूरि (पूर्णिमापक्ष के प्रवर्तक वि०सं० ११५९/६० सन् १९०२)
धर्मपोषसरि
समन्तभद
देवमूरि
समुदबोबसूरि
यशोघोषसूरि
मदेवरसूरि
तिलकामसूरि
विमलंगणि (वि०स०१९८१ में दर्शनरानिवृत्ति
के रचनाकार)
मुनिप्रभसूरि
वीरभसूरि
मुनिरत्नसूरि (वि०सं० १२२५ में अममस्वामी- चरितमहाकाव्य के कर्ता)
देवभद्रसूरि (दर्शनशुस्मिवृत्ति वि०सं० १२२४)
हेमप्रभमूरि
शिवत्रमसूरि (वि.सं.१४३ में प्रश्नोत्तरमाला के कर्ता)
श्रीतिलकसरि (वि०सं०१२६१ में प्रत्येकनुढचरित के कर्ता)
जिनदत्तरि
सर्वदेवसूरि
अजीतप्रभसूरि (वि०सं० १३०७ शांतिनावचरित के कर्ता)
धर्मप्रभसूरि
शांतिप्रभसूरि
अभयप्रभसूरि
भुवनतिलकसरि
रत्नप्रभसरि
रत्नप्रभसूरि
रत्नप्रभसूरि
चन्द्रसिंहसूरि
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हेमतितकसूरि
कमलप्रभसूरि (वि०सं० १३७२ में पुण्डरीकचरित
के रचनाकार)
देवसिंहसूरि पञ्चतिलकसूरि
हेमरत्नसूरि
हेमप्रभसूरि
श्रीतिलकसरि
रत्नशेखरसूरि
देवचन्द्रसूरि
रत्नसागरसूरि
पप्रभसूरि
गुणसागरसूरि
देवानन्दसूरि (वि०सं० १४५५ में क्षेत्रसमासवृत्ति के रचनाकार)
गुणसमुद्रसूरि सुमतिप्रभसूरि
सत्यराजगणि (वि०सं० १५१४ में श्रीपालचरित के रचनाकार)
पुण्यरत्नसूरि
सुमतिरत्नसूर
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उदयसमुद्रसूरि (वि०सं० १५८० में पूर्णिमापक्षगुर्वावली के रचनाकार)