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बृहद्गच्छ का इतिहास आगामी अध्यायों में उक्त सभी ग्रन्थों में उल्लिखित बृहद्गच्छ से सम्बन्धित ग्रन्थ प्रशस्तियों, पुस्तक प्रशस्तियों, पट्टावलियों एवं अभिलेखीय साक्ष्यों का बृहद्गच्छ के इतिहास के प्रस्तुतीकरण में सम्यक् उपयोग किया गया है। इसके अतिरिक्त बृहद्गच्छीय मुनिजनों द्वारा रचित और अद्यावधि प्रकाशित ग्रन्थों जैसे आख्यानकमणिकोश, पुहवीचंदचरिय (पृथ्वीचन्द्रचरित) आदि के सम्पादकों द्वारा लिखी गयी प्रस्तावनाओं, मोहनलाल दलीचन्द देसाईकृत जैन साहित्यनो संक्षिप्त इतिहास, पं० लालचन्द भगवानदास गांधी द्वारा लिखित ऐतिहासिकलेखसंग्रह, पं. हीरालाल कापडिया द्वारा लिखित जैन संस्कृत साहित्यनो इतिहास, भाग-१-३, द्वितीय छंदरण, संपा० आचार्य मुनिचन्द्रसूरि तथा विभिन्न अभिनन्दन ग्रन्थों, शोध-पत्रिकाओं आदि में विद्वानों द्वारा बृहद्गच्छ के आचार्यों के सम्बन्ध में लिखे गये लेखों से भी आवश्यक सहायता गयी
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