SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 161
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सन्दर्भ-साहित्य [संस्कृत-प्राकृत सम्बन्धी कुछ प्राचीन मूल साहित्य, जो भद्रबाहु चाणक्य एवं चन्द्रगुप्त सम्बन्धी ऐतिहासिक अध्ययन एवं शोध-कार्य हेतु पठनीय है ] । अभिधान राजेन्द्र ("संग्रह" शब्द दृष्टव्य) रतलाम (१९१३-३४ ई.) आचारांगचूणि (जिनदासगणिकृत) ऋषभदेव केशरीमल संस्था, रतलाम (१९४१ ई.) आचारांगवृत्ति (शीलांकाचार्य) सूरत (१९३५ ई.) आदिपुराण (जिनसेनाचार्यकृत) भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली (१९६३ ई.) आराधनाकथाकोष (भाग २-३) जिनवाणी प्रचारक कार्यालय, कलकत्ता आवश्यकचूणि (जिनदासगणि) ऋषभदेव केशरीमल संस्था रतलाम (१९२८ ई.) कल्पसूत्रवृत्ति (धर्मसागर) बम्बई (१९३९ ई.) कहकोसु (मुनि श्रीचन्द्रकृत) प्राकृत टेक्स्ट सोसायटी, अहमदाबाद (१९६९ ई.) कुमारपालप्रतिबोध (सोमप्रभसूरिकृत) गायकवाड ओरियण्टल सोरोज, बड़ौदा (१९२० ई.) खारवेल शिलालेख (चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी) (१९६२ ई.) जयधवला (कषायपाहुड टीका भाग १, दिगम्बर जैन संघ, मथुरा (१९४८ ई.) जैन शिलालेख संग्रह भाग १-२ (माणिक. दिगम्बर जैन सोरीज, बम्बई) तिलोयपण्णत्ति (यतिवृषभकृत) जीवराज जैन ग्रन्थमाला, शोलापुर (१९४३, ५२ ई.) त्रिलोकसार (सि. च. नेमिचन्द्राचार्य) हिन्दी जैन साहित्य प्रसारक कार्यालय बम्बई, (१९१८ ई.) दर्शनसार (देवसेनाचार्य कृत) जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई, (१९२० ई.) दशवैकालिक चूर्णी (जिनदासगणि महत्तर) देवचन्द लालभाई झवेरी, सूरत(१९३३ई.) नन्दिसूत्र (प्रकाशक-मूथा, सतारा (१९४२ ई.) नन्दिसंघ पट्टावली (जैन सिद्धान्त भास्कर प्रथमवर्ष में प्रकाशित) निशीथचूर्णी (सन्मति ज्ञानपीठ आगरा (१९६० ई.) निशीथसूत्र भाष्य (सन्मति ज्ञानपीठ आगरा) पट्टावलीसमुच्चय (वीरमगाँव, गुजरात (१९३३ ई ) परिशिष्टपर्व (आचार्य हेमचन्द्रकृत) एशियाटिक सोसायटी आफ बंगाल, कलकत्ता (१९३२ ई.) प्रबन्धचिन्तामणि (मेरुतुंगकृत) सिंधी जैन सीरीज, शान्तिनिकेतन, बंगाल (१९३३ई.) पुण्णासवकहा ( महाकवि रइधू कृत, अप्रकाशित ) रइधू-ग्रन्थावली के एक खण्ड के रूप में शीघ्र ही प्रकाश्यमान Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004003
Book TitleBhadrabahu Chanakya Chandragupt Kathanak evam Raja Kalki Varnan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajaram Jain
PublisherGaneshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
Publication Year1982
Total Pages164
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy