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________________ सम्पादिका की अन्य रचनाएँ महाकवि सिंह एवं उनका अपभ्रंश महाकाव्य- पज्जुण्णचरिउ (अद्यावधि अप्रकाशित दुर्लभ पाण्डुलिपि का सर्व प्रथम सम्पादन अनुवाद एवं समीक्षा)। २. महावीररास (राजस्थानी भाषा के अद्यावधि अप्रकाशित महाकाव्य की दुर्लभ पाण्डुलिपि का सर्वप्रथम सम्पादन- अनुवाद एवं समीक्षा)। ३. ४. ५. ६. ७. ८. - देवीदास विलास (बुन्देली हिन्दी के रीतिकालीन महाकवि देवीदास की अप्रकाशित दुर्लभ पाण्डुलिपियों का सम्पादन एवं समीक्षा) मध्यकालीन जैन सट्टक- नाटक - संग्रह प्राच्य भारतीय ज्ञान-विज्ञान के महामेरु : आचार्य कुन्दकुन्द | हिन्दी के प्रसिद्ध लोककवि । महाकवि कालिदास और राजा भोज महाकवि कोऊहल कृत लीलावईकहा- प्राकृत महाकाव्य ( छात्रोपयोगी संस्करण) । कुमारपालचरियं (आचार्य हेमचन्द्र ) छात्रोपयोगी संस्करण। ९. १०. बाहुबलिचरित - साहित्य: सर्वेक्षण एवं मूल्यांकन ११. सेतुबन्ध (प्राकृत)- महाकाव्य, महाकवि प्रवरसेन छात्रोपयोगी संस्करण। १२. आरामसोहाकहा- (प्राकृत भाषा के प्राचीन लघु उपन्यास का सर्वप्रथम हिन्दी अनुवाद समीक्षा सहित ) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003998
Book TitleDevidas Vilas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVidyavati Jain
PublisherGaneshprasad Varni Digambar Jain Sansthan
Publication Year1994
Total Pages394
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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