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________________ गुजरात देशके सूरत शहरका दिग्दर्शन । [ ५९ कोटवालका बंगला, अनाथबालाश्रम, अशक्ताश्रम, प्रसिद्ध स्थान है। १५-रुघनाथपुरा-रुघनाथ ब्राह्मणने बसाया । १६-हरिपुरा-हरि ब्राह्मणने बसाया। यहां प्रेमचंद रायचंद श्वे. __जैन कन्याशाला, भवानी बड़, चारखानाका चकला मशहूर है। १७-महीधरपुरा-महीधर ब्राह्मणने बसाया । १८-हैदरपुरा-हैदरखाने बसाया। १९-मंचरपुरा-मंचेरजी पासींने बसाया। यहां दिल्ली दरबाजा है। २० कनपीठ-यहां पहले अनाजका मोटा बाजार था । अब भी अनेक दूकाने ऊंच कौमकी हैं। यहां यूनियन हाईस्कूल,. बेंक व लीमड़ा चौक मशहूर जगह हैं। २१-रहिया सोनीका फलिया (केलापीठ)-रहिया सुनारके नामसे मशहूर है। ऊंच कौम रहते हैं। यहां रामजी, बालाजी, अंबाजी आदिके हिंदू मंदिर प्रसिद्ध हैं। २२-वाड़ी फलिया-यहां संस्कृत पाठशाला है। २३--संघाड़ियावाड़-यहां गुलाबदास भाईदास कन्याशाला है । २४-गोपीपुरा-प्रसिद्ध गोपीने बसाया । यहां श्वे० जैनियोंकी बहुत वस्ती है। यहां मगनभाई प्रतापचंद फ्री लाईबरी,. प्रेमचंद रायचंद धर्मशाला,श्वे. जैन मंदिरों व गोविंदनीका मंदिर प्रसिद्ध हैं। दि० जैन मंदिरजी भी है। २५-खपाटिया चकला-यहां दि० जैनियोंकी वस्ती भी है। सेठ माणिकचंदजीके घरानेकी चंदावाड़ी दि. जैन धर्मशाला, २ दि० जैन मंदिर, रायचंद दीपचंद कन्याशाला, वनिताविश्राम Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003979
Book TitleDanvir Manikchandra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulchand Kishandas Kapadia
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages1016
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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