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अध्याय दशवा कैरनेन्डर लूसी बरनट ऐसी इंग्रेजोंकी एक पार्टी आई थी उसने बहुत अच्छा रिमार्क किया है
This charming place due to the charity and munificence of the Jain Community, so full of beauty and interest perched in such commanding surroundings wrought upon us all sorts of spell. One would well believe that the green moss-grown water fall was fashioned, as we were told by our guide, by the fairies. The images of the Gods, their expressive countenances mysterious and brooding, with foreheads that seem to hide : within themselves great thoughts withdrawn and unspeakable, the courtyards, the temples and all their beauty, brought ' great enjoyment to our party.
(Sd). H. CAMPBELL . MISS KIRNANDER
LUCY BURNETT भावार्थ-हम लोग इस महा रमणीक स्थानको देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए । इस स्थानकी इतनी सुन्दरता, जैन समाजकी उदारता और दान परायणताके निमित्तसे ही हुई है । जैन देवोंकी मूर्तियां उनके प्रसन्न मुख तथा मस्तक जो कि मानो अकथनीय गंभीर विचारोंको अपने आपमें धारे मग्न किये हैं। यहांका मैदान, मंदिर और इनकी मनोहरताने हम लोगोंको बहुत ही आनन्द प्रदान किया । इस तीर्थक व्यवस्थापक तानासा राजाजी जिंतूकर एलिचपुर हैं। सेठजीने वहांकी त्रुटिये मालूम की कि कुएकी जरूरत है व
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