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अध्याय दशवां। within the Limits of the City of Bombay during the pleasure of Government.
By order of His Excellency the Right Honourable ihe Governor in Council. Judicial Department
(Initial) Bombay Castle
Chief Secretary 30th March 1906.
to Government..
भावार्थपीस कमिश्नर बम्बई शहरसे यह प्रमाणपत्र दिया जाता है कि सालेके मुआजिम न्याय विभागके १४वीं मार्च सन १९०६से नियम १४३३ नंबरके सरक्युलरके मुताबिक मि० माणिकचंद हीराचन्दको १८९८के क्रिमिनल प्रोसीजर कोड कलम २३के मुताबिक गमर्नमेंटकी मर्जीमें आवे वहां तक बम्बई शहरकी सरहदमें जस्टिस आफ दी पीस नियुक्त किये गये ।। राइट आ० गवर्नर इन कौंसिलके हुक्मसे
सहीः गवर्नमेंटके चीफ सेक्रेटरी । न्याय विभाग बम्बई केसल ३० मार्च १९०६
बम्बई में संस्कृत विद्यालयके छात्र पंडित लालारामने इस सन्मान अर्पणके समाचार जानकर संस्कृतमें एक कविता बनाकर सेठजीको भेट की सो इस भांति हैं--
॥श्री॥ श्रुत्वार्पितां भूपवरैरुपाधि माणिक्यचान्द्री नरभूपमान्याम् । नद्योदिशोवारिधराः सुरम्याः दिक्स्थायिनोजनजनाः प्रहृष्टाः ॥१॥ माणिक्यरोचिः स्वयमेव रम्या चन्द्रस्य कान्तिः सुखदा सुशुभ्रा । भास्येव ताभ्यामनिशं ततोऽद्य जैनैर्नृपैर्मान्यतयाधिकस्त्वम् ॥ २॥
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