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________________ से क्या २ का लक्ष्मीका उपयोग । [२३१ कहा कि धान्य, वनस्पति और फलोंसे कैसे २ उत्तम भोज्य बनते हैं इसीके दिखानेके लिये यह भोज्य दिया गया है। ऐसे भोजनसे क्षुधा भी तृप्त होती है व आवश्यक शक्ति भी पैदा होती है । मनुष्य अपने खानेके लिये गरीब पशुओंको मारे यह नेचरके नियमके विरुद्ध है । घोड़ा ऐसा शक्तिशाली प्राणी वनस्पति खाकर रहता है तब मनुष्योंको इसकी क्या जरूरत है ? कलकत्तेमें जैसी मांसाहार वर्जक मंडली है वैसी यहाँ भी होना चाहिये तथा कहा कि थोड़े दिन बाद पारसी स्त्रियोंके लिये भी ऐसा भोजन मैं दूंगा। तथा सभामें रुस्तमजी होरमसजी मास्टरको पेश किया जो ३० वर्षसे मांस नहीं खाते और सब तरह तन्दुरस्त थे । अंतमें मांसाहार न करनेसे क्या २ फायदे होते हैं ऐसी इंग्रेजीकी पुस्तकें बांटी गई। सेठजी भी इस पुस्तकको लाए । सेठजी अपने पास जहाँ कहीं सफरमें जाते १०-१५ ऐसी पुस्तकें रखते थे और रेलमें समझदार लोगोंको जिन पर शंका होती थी कि यह मांस खाते हैं बांटते रहते थे और जवानी भी बात करके उनसे इससे घृणा पैदा कराते थे। वास्तवमें भारतसे मांसाहार मिटानेका उपाय शाकाहारका जीमन मांसाहारियोंको खिलाना व पुस्तक बांटना है इसीसे विलायतमें बड़ी सफलता हुई है। इसी वर्ष सन् १८८७के प्रारंभमें कलकत्तेमें प्रथम ही कांग्रेस ___ अर्थात् भारतकी राष्ट्रीय सभाका अधिवेशन कांग्रेस प्रारंभ । प्रारंभ हुआ जिसमें बाहरसे ३५० प्रतिनिधि ___ पधारे । राजसम्बन्धी क्या २ सुधार करने इसपर विवेचन होकर प्रस्ताव पास हुए। । सेठजी और रेलमें सन Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003979
Book TitleDanvir Manikchandra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulchand Kishandas Kapadia
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages1016
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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