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________________ ८४ ] ग्राम ग्राम संख्या सुरवडी ९ सोनासण सेलगांव १४ सोनगांव सोनगांव ४ सोनगिर १२१ हातकलंगडा १३ सोनारी ५२ अध्याय तीसरा । संख्या ग्राम ११५ हिराली ६ हिवले हरीवरपीपलगांव ६६ होल संख्या १४ हांतूर मीज़ान ७३९२ नोट - सूरत में दस हूमडकी संख्या १५० की है । यह भी डिरेक्टरी में लिखना छूट गया है । Jain Education International ४ उदयपुरसे २८ मीलपर एक भींडर नामका छोटासा देशी राज्य है । जिसकी अब वार्षिक उपज अनु शेठ माणेकचन्दजीका मान या २ लाखकी है। यद्यपि अब इसमें बंश - परिचय २००० वरोंकी वस्ती है परंतु १०० वा १५० वर्ष पहले इसमें ७ या ८००० aint वस्ती थी जिनमें चौथाई वस्ती जैनियोंकी थी। अब भी वहाँ जैनियोंके ४०० घर हैं, दिगम्बर जैन मंदिर तीन जत्र श्वेताम्ब मंदिर १ है । किसी समय में यहाँ दिगम्बर जैन हुमडोंके बहुत से घर थे परंतु व्यापारादिके निमित्त परदेश जानेके कारण अब यहाँ केवल १० घर ही देखने में आते हैं। For Personal & Private Use Only हम जिस समयकी बात कहते हैं, उस समय भींडर नगर बहुत रमणीक था । जैनियोंकी प्रबलता के कारण वह एक अहिंसामई राज्य था । कहीं पर पशु वधका नाम भी नहीं सुन पड़ता था। मांसका किसीको दर्शन नहीं होता था । मद्य पीना तो दूर रहा. www.jainelibrary.org
SR No.003979
Book TitleDanvir Manikchandra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulchand Kishandas Kapadia
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages1016
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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