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________________ १५१ करनेवाले शत शत भारतीयों में आप तथा आपके प्रियजनों को किस तरह सान्त्वना प्रदान की जा सकती है ? मा. शाकाहारी संघ म. प्र. गेबा, पन्नालाल जैन मंत्री उनकी कमठता तथा श्रद्धाशोलता भावी पीढ़ीके लिये सर्वदा अनुकरणीय रहेगी। जेन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा दिल्ल. सोहनलाल बाफणा रामपुर जैन समाजकी यह सभा, जैन समाजके अद्वितीय विद्वान अथक निस्वार्थ समाज सेवक जैन जगतके दैदीप्यमान नक्षत्र अपने प्रिय नेता डाक्टर कामताप्रमादजी जैन अलीगंज (एटा)की असामयिक मृत्यु पर हार्दिक शोक प्रकट करती है। जैन समाज रामपुर (उ० प्र०) विमलचन्द्र जैन एडवोकेट मुख्यमंत्री श्री डाकटर साहब द्वारा की गई अनेक सेवायें जैन समाजके इतिहासमें स्वर्णाक्षरों में लिखो जायेंगी जैन धर्म एवं जैन समाजका महान उपकार आपके द्वारा देश एवं विदेशो में हुआ है वह अपनीय है। वात्सल्यपूर्ण स्वभाव भाई साहबका स्वभाव बड़ा सरल शान्त और वात्सल्यपूर्ण था, धर्म प्रभावना और परोपकार भावनासे ओतप्रोत रहता था, ऐसे भाव तो कर प्रकृति के बन्ध में सहायक होते हैं। पानीपत रूपचन्द गार्गीय जैन प्रिन्सीपल Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003978
Book TitleKamtaprasad Jain Vyaktitva evam Krutitva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivnarayan Saxena
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages178
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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