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________________ (१४८) इटली इंग्लैण्डके व्यक्तियोंसे परिचय कराते हुये सहयोग प्रदान किया। इसके साथ ही जैन समाज जैन धर्मके प्रति जितना भी अमूल्य दान दिया वह अविस्मरणीय रहेगा।" ८-६-६४. -राजेन्द्र जैन मंत्री युवक कांग्रेस, जबलपुर, “ मैंने महात्मा गान्धी व ब्रह्मचारी शीतलप्रसादजीके बाद बाबूजीको ही ऐसी लगनका व्यक्ति पाया जो अपने स्वास्थ्यकी पर्वाह न कर अपने ध्येयमें सलंग्न रहे और अपना जीवन समर्पित कर दिया। २६-५-६४. नाथूलाल शास्त्री, इन्दौर " उन जैसे लगनशील व धार्मिक व्यक्तिका अमरत्व जैन समाजमें आसानीसे पूरा हो सकना कठिन है।" २५-५-६४. -सुभद्रकुमार पाटनी मंत्री ___ महावीर भवन, श्रीमहावीरजी उनके हृदयमें जैन धर्म के प्रचारकी सच्ची लगन थी। उनका जीवन हर समय समाज कार्यमें ही लगा रहता था। भारत हो नहीं समस्त संसारमें अहिंसा तथा जैन धर्मका प्रचार है। आपके हृदयमें हर समय लगन लगी रहती थी।" २५-५-६४. भगतराम जैन मंत्री अ० मा० दिगम्बर जैन परिषद, देहली उन जैसा समाजका सच्चा कार्यकर्ता मिडना बड़ा दुर्लभ है । वे सच्चे कलमवीर और सच्चे अहिंसावादी थे। २४-५-६४. सेठ गचंद बी० सेठी विनोद मिल्म, उज्जैन Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003978
Book TitleKamtaprasad Jain Vyaktitva evam Krutitva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivnarayan Saxena
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages178
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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