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बाबूजीके निधन पर शोक व
श्रद्धांजलियां
जैन समाज के अखिल विश्वना
बाबू कामताप्रसाद जैन जैन समाजके प्रमुख व्यक्तियों में से थे। साम्प्रदायिक भाननासे दूर रहकर 'अखिल विश्व जैन मिशन' के रूपमें उनके द्वारा की गई जैन धर्मको सेवायें अपना महत्व रखती हैं। बैरिस्टर चम्पतरायके बाद विदेशों में जैन धर्मका प्रसार करनेवाले वे पहले व्यक्ति थे मेरे और तेरापन्थ संघके साथ उनका विशेष सम्पर्क था। जब भी प्रसंग आया, वे मुक्त भावसे मिले और अन्य व्यक्तियों को भी उन्होंने प्रेरणा दी। उनके प्रति श्रद्धा, सम्मान तथा सौजन्यभाव रखनेवाले व्यक्तियों का कर्तव्य है कि जैन धर्मको प्रभाबनाके लिये उनके द्वारा प्रारम्भ किये गये उन वद्य कार्यको वे रुकने न दें, आगे बढ़ाएं।
-- आचार्य श्री तुलसी संचालक अणुव्रत आन्दोलन
दिल्ली
योग्य कल्याण भजन हो । श्री बाबू कामताप्रसादजीके अभावसे जैन समाजको बहुत क्षति पहुंची है और मुख्यतया विदेशोंमें धर्म प्रभावनाकी दिशामें बहुत क्षति पहुंची है। अब तो यही आशा है कि आप अपने साथियों सहित उद्यम द्वारा इस अभावको न खटकने देंगे।
मनोहरजी वर्णी अध्यात्म प्रबक्ता, भिण्ड।
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