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प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रमुख विषय १-जैनधर्म और उसकी परम्परा
पृ० १ से २१९ २-पूज्यश्री घासीलालजी महाराज को गुरु परम्परा __पृ. २१९ , २२७ ३-पूज्यश्री घासीलालजी महाराज की वंश परम्परा एवं दीक्षा पृ० २२७ ४-पूज्यश्री का मुनि जीवन
पृ० २४५ ,, ३०२ ५- पूज्यश्री का आचार्य जीवन
पृ. ३०२ , १२३ ६-पूज्यश्री का स्वर्गवास
पृ० १२३ ,, ४२४ -पूज्य श्री की साहित्य साधना प्रस्तावना ८-वर्षावास कब और कहाँ ?
पृ० ४४७, ४४८ ९-श्रद्धाञ्जलियाँ
पृ० १२५, ४४८
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