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सभी द्रव्यों के सामान्यगुण और किसी एक द्रव्य के विशेषगुण :
द्रव्यों के अस्तित्व आदि कुल दस गुण हैं। इन दस गुणों में से चेतनत्व आदि चार गुण परस्पर परिहाररूप से रहते हैं अर्थात् जहाँ चेतनत्व गुण रहता है वहाँ अचेतनत्व का अभाव होता है और जहाँ अचेतनत्वगुण विद्यमान रहता है, वहाँ चेतनत्वगुण नहीं पाया जाता है। इसी प्रकार जहाँ मूर्तत्वगुण रहता है, वहाँ अमूर्तत्व और जहाँ अमूर्तत्व गुण विद्यमान रहता है, वहाँ मूर्तत्वगुण नहीं रहता है। इस कारण से धर्मास्तिकाय आदि प्रत्येक द्रव्य में दस सामान्य गुणों में से आठ-आठ गुण ही पाये जाते हैं। 062 प्रत्येक द्रव्य में पाये जाने वाले सामान्य गुण इस प्रकार हैं - 1. धर्मास्तिकाय - अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
अचेतनत्व और अमूर्तत्व-8 2. अधर्मास्तिकाय – अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
अचेतनत्व और अमूर्तत्व-8 3. आकाशास्तिकाय – अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
अचेतनत्व और अमूर्तत्व-8 4. कालद्रव्य - अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
अचेतनत्व और अमूर्तत्व-8 5. पुद्गलास्तिकाय – अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
अचेतनत्व और मूर्तत्व-8 6. जीवास्तिकाय - अस्तित्व, वस्तुत्व, द्रव्यत्व, प्रमेयत्व, अगुरूलघुत्व, प्रदेशत्व,
चेतनत्व और अमूर्तत्व-8
1062 अ) ए 10 सामान्य गुण छइ मूर्तत्व, अमूर्तत्व, चेतनत्व, अचेतनत्व परस्पर परिहारइं रहइं - .........
........... द्रव्यगुणपर्यायनोरास, गा. 11/2 का टब्बा
... आलापपद्धति, सू.10
ब) प्रत्येकं अष्टौ अष्टौ सर्वेषाम्
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