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8. कहीं-कहीं गाथा की व्याख्या के सम्बन्ध में जो मतभेद वर्णित हैं, उनकी
जानकारी भी टीका में दी गई है। ध्यानशतक की मूल गाथाओं में कोई पाठ-भेद है, तो उसका उल्लेख भी टीका के अन्तर्गत है।
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