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________________ समाचारीप्रकरण आवश्यकीयविधिसंग्रह यशोविजयजी सं. बुद्धिसागर ____ 17वीं शती 17 वीं शती 20 वीं शती 12. साधु समाचारी पंचाशक - जैनधर्म के विधि विधानों में साधु समाचारी भी एक महत्त्वपूर्ण पक्ष है। इसका सम्बन्ध मुनि की जीवनचर्या से है। साधु समाचारी से सम्बन्धित अनेक ग्रन्थ उपलब्ध हैं। जिनकी सूची इस प्रकार है - कृति कृतिकार कृतिकाल आचारांगसूत्र उपदेष्टा भगवान महावीर ई.पू. 6 टी शती सूत्रकृतांगसूत्र उपदेष्टा भगवान महावीर ई.पू. 6 टी शती उत्तराध्ययनसूत्र संकलन ई.पू. 2-3 री शती बृहत्कल्पनियुक्ति आर्यभद्र 2 री शती कल्पसूत्र भद्रबाहुस्वामी ई.पू. 3 री शती ओघनियुक्ति आर्यभद्र ईसा की 2 री शती मूलाचार वट्टकेराचार्य लगभग 5 वीं शती बृहत्कल्पभाष्य संघदासगणि 6 टी शती पंचवस्तुक हरिभद्रसूरि 8 वीं शती धर्मबिन्दुप्रकरण हरिभद्रसूरि 8 वीं शती विधिमार्गप्रपा जिनप्रभसूरि वि.सं. 1363 समाचारीसंग्रह नरेश्वरसूरि 14 वीं शती यतिसमाचारी भावदेवसूरि 14 वीं शती आचारदिनकर वर्धमानसूरि वि. सं. 1463 विशेषावश्यकम् आ. समयसुन्दर 16 वीं शती साधुविधिप्रकाशप्रकरण उपा. क्षमाकल्याण लगभग 16 वीं शती समचारी प्रकरण (भाग 1-2) महो. यशोविजय 17 वीं शती 627 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003972
Book TitlePanchashak Prakaran me Pratipadit Jain Achar aur Vidhi Vidhan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanakprabhashreeji
PublisherKanakprabhashreeji
Publication Year2013
Total Pages683
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual, & Vidhi
File Size10 MB
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