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जैन दर्शन की संज्ञा की अवधारणा का समीक्षात्मक अध्ययन
अध्याय-2
आहार संडा
1. आहार संज्ञा का स्वरूप एवं लक्षण 2. आहार संज्ञा के उद्भव के कारण 3. आहार के विभिन्न प्रकार 4. विभिन्न जीवयोनियों में आहार का स्वरूप 5. खाद्य-अखाद्य विवेक . 6. अनंतकाय एवं भक्ष्य-अभक्ष्य 7. जैन दर्शन में भक्ष्य-अभक्ष्य विवेक और उसकी प्रासंगिकता
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