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________________ प्रश्न समाधान कई दिनों पूर्व जानबूझकर एक भयंकर गलती हो गई। मन में बहुत बड़ा पछतावा रहता है। ध्यान करने में भी हमेशा वही गलती याद आती है तो मन खिन्न हो जाता है। अभी तक वह गलती किसी पर जाहिर नहीं की है। जाहिर करने पर बहुत अधिक परेशानी हो सकती है। कृपया कोई योग्य सुझाव और मार्गदर्शन देवें, जिससे मन की अशान्ति दूर होकर सुख-सुकून व शांति मिले! प्रिय ..... जी, अगर कोई गलती जानबूझकर हुई है तो हम उसे गलती कैसे कहें? गलती हमेशा अनजान में होती है फिर भी अगर यह अहसास हो कि यह गलत हुआ, जानबूझकर हुआ और ध्यान करते वक्त उसकी याद आती है, इसे मैं आपके लिए एक अच्छा संकेत मानता हूँ। पहली बात, लोगों को प्रायः अपनी गलती का अहसास ही नहीं होता। अगर किसी को कहो कि तुमने अमुक गलती की, वह मानेगा ही नहीं। और उल्टा झल्ला उठेगा। तुम्हें ही भला-बुरा कह बैठेगा। फिर यह तो एक गलती याद आ रही है लेकिन जिन्दगी में जो इतनी सारी गलतियाँ की हैं चेतना का विकास : श्री चन्द्रप्रभ/४५ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003960
Book TitleChetna ka Vikas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year1994
Total Pages114
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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