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अभी-अभी पंचांग देखा तो पता चला कि आज नागपंचमी है।' __ कृपया अपने पति के साथ इस तरह पेश न आएँ, उस पर झल्लाएं नहीं हालांकि आपके पतिदेव अकेले कई लड़ाइयों का मुकाबला कर सकते हैं, पर आपकी रोज-रोज की खोड़लाई या रोज-रोज की टी-टीं से नहीं लड़ सकते। आखिर आपके पतिदेव दिनभर की मेहनत से थकहारकर आपके पास शांति का सुकून पाने के लिए आते हैं, दिनभर की आपकी टी-टीं सुनने के लिए नहीं। आप चाहें तो अपने आपको कैकेयी बना सकते हैं और चाहें तो उर्मिला। आप सोचिए कि आप अपने आपको क्या बनाना चाहती हैं ? अगर आपके दिमाग़ में कोई उबाल भरा हुआ भी है, तो अपने पति को वह बात उस समय मत कहिए, जब वह सांझ को घर लौटकर आए। वरना याद रखिए वह आपसे कटने लगेगा और आपके रिश्तों में दूरिया पैदा होंगी । __पत्नी है तो इसका मतलब यह थोड़े ही है कि आप समाधान नहीं निकाल सकतीं। अरे, मच्छर जैसी समस्याओं का हल तो आप खुद ही निकाल लीजिए। अपने पति के सामने तो केवल वही समस्याएं रखिए जो आपको शेरसिंह जैसी दिखाई देती हों। मैं तो सुझाव दूंगा कि आप अपने पति को बादशाह मानकर उसके साथ व्यवहार कीजिए, वो भी आपको नूरजहाँ मानने लगेंगे।
जीवन में अगर स्वर्ग चाहिए तो दिल में रखें रहम, आंखों में रखें शरम, जेब रखें गरम और ज़बान रखें नरम। सचमुच तब स्वर्ग वहीं होगा जहाँ आप खुद होंगे। ___ चौथा अनुरोध : अपनी भाषा में सॉरी, बैंक्यू और प्लीज जैसे शब्दों को पूरी उदारता से प्रयोग कीजिए। कोई अगर आपको बुलाए तो केवल हाँ मत कहिए। हाँ ' से पहले 'जी' कहने की आदत डालिए। मैं आपको एक शहर का नाम बताता हूं और वह है जोधपुर। जोधपुर की यह ख़ासियत है कि वहाँ पर
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