________________
आपका हर विचार आपके भविष्य को निर्मित करता है। आपका हर विचार वह बीज है जिस पर आपका जीवन-वृक्ष निर्भर है। आपका हर विचार वह नींव है जिस पर जीवन का भवन खड़ा है। इसलिए अपने विचारों के प्रति सदा जागरूक रहें। यह देखते रहें कि कहीं आपके भीतर नकारात्मक विचार तो नहीं उठ रहे हैं क्योंकि नकारात्मक विचार का अर्थ है अवसाद, चिन्ता, तनाव और दुःखों को आमंत्रण।
आदमी जैसा सोचेगा, वैसा उसका व्यक्तित्व निर्मित होगा। यदि सत्य के बारे में सोचेगा, तो सत्य उसके जीवन में आत्मसात् होने लगेगा। यदि शिवम् के बारे में सोचेगा तो, शिवम् जीवन में घटित होने लगेगा और यदि सुन्दरम् के बारे में चिन्तन करेगा तो सौन्दर्य उसके जीवन में उजागर होने लगेगा। आजकल हर व्यक्ति सौन्दर्य को ही चाहता है। सत्य और शिव को चाहने वाले लोग तो थोड़े ही होंगे। आप होठों पर लिपस्टिक क्यों लगाते हैं? सौन्दर्य के लिए। नेल पॉलिश क्यों करते हैं? सौन्दर्य के लिए। पुरुष कमर पर तरह-तरह के बेल्ट क्यों लगाते हैं? सौन्दर्य के लिए। आजकल तो दाढ़ी और मूंछों की भी तरह-तरह की स्टाइल बन गई हैं- फ्रेंच कट, चार्ली चेपलिन कट, हिटलर कट, बच्चन कट, सलमान कट। यह सब भी हम सौन्दर्य को बढ़ाने के लिए ही करते हैं। ____ आप होठों पर लगी लिपस्टिक पर ध्यान देते हैं, पर होठों के भीतर के सौन्दर्य पर ध्यान नहीं देते। अगर आप सौन्दर्य से ही प्रेम करते हैं तो, अवश्य कीजिए। पर केवल बाहर के ही सौन्दर्य से नहीं बल्कि भीतर के सौन्दर्य से भी प्रेम कीजिए। प्रेम तो पूरी तरह से होना चाहिए, केवल बाहर से नहीं, भीतर से भी। अपने दिल को भी सुन्दर बनाने का प्रयास कीजिए।
जो व्यक्ति हकीकत में सौन्दर्य से प्यार करता है, वह कभी भी झूठ नहीं बोलेगा क्योंकि वह जानता है झूठ बोलना अपने आप में असुन्दर
कैसे जिएँ मधुर जीवन
४२
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org