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चलें, मन के पार : श्री चन्द्रप्रभ
प्रकाशक :
प्रकाश दफ्तरी
श्री जितयशा श्री फाउंडेशन,
९ सी. एस्प्लनेड ईस्ट,
कलकत्ता - ७०००६९
प्रकाशन वर्ष : १९९३ मूल्य : ३० रुपये
आवरण :
ब्रेन डिजाइन & ग्राफिक, सूरत
मुद्रक :
नई दुनिया प्रेस, इन्दौर
गणिवर श्री महिमाप्रभ सागर जी की प्रेरणा से अंचलगच्छीय साध्वीवर्या श्री महाप्रज्ञाश्रीजी, श्री विश्वदर्शनाश्रीजी के वर्षीतप पर श्रीमती रतन बहिन हीरजी वीरा, कच्छ निवासी / बम्बई के सौजन्य से प्रकाशित ।
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