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चलें, चांद से सूरज तक
अाज गुरु पूर्णिमा है । और चातुर्मास वर्षावास का स्थापना दिवस भी है । आज का दिन उन सभी लोगों के लिए मंगलकारी और शुभ है जिनके मन में धर्म और अध्यात्म के प्रति प्रेम और श्रद्धा का भाव है । वे सभी लोग बड़े भाग्यवान हैं जिनकी अन्तश्चेतना में धर्म, अध्यात्म और जीवन-मूल्यों के प्रति निष्ठा और ललक है ।
धर्म को उपलब्ध हो जाना, अध्यात्म को आत्मसात कर लेना या स्वयं में परमपिता परमात्मा की ज्योति को ज्योतिर्मय कर लेना जीवन की महान उपलब्धि कही जा सकती है। इसके विपरीत जिनके हृदय में धर्म के लिए रुचि है, अध्यात्म के लिए ललक है और परमात्मा के प्रति प्रेम भरी प्रार्थना है, वे भी कम धन्य नहीं हैं।
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