________________
भागवान, आज उल्टे बाँस बरेली कैसे? पत्नी ने कहा, अभी-अभी कलैण्डर देखा, तो पता चला कि आज नागपंचमी है। अब आधी रात को नाग ढूँढ़ने कहाँ जाऊँ, सो सोचा....।
ऐसा हुआ कि एक पति-पत्नी के बीच कई दिन से बोलचाल बंद थी। एक दिन पति को कहीं बाहर जाना था। उसने एक पर्ची पर लिखा, मुझे कल सुबह की ट्रेन से जाना है, पाँच बजे उठा देना। पर्ची उसने टेबल पर रख दी। सुबह उसकी आँख खुली तो देखा, घड़ी आठ बजा रही थी। वह गुस्से में भर उठा और अपनी पत्नी पर बरसने ही वाला था कि उसकी नज़र वहीं रखी एक दूसरी पर्ची पर पड़ी, जिस पर लिखा था, सुबह के पाँच बज गए हैं, उठ जाइए। अब देखिए, पति-पत्नी के बीच हिन्दुस्तानपाकिस्तान वाले हालात हैं, फिर भी कह रहे हैं, 'हम साथ-साथ हैं।'
पति-पत्नी का रिश्ता जीवन का सबसे करीबी रिश्ता होता है। पति अगर पतंग बन जाए, तो पत्नी उसकी डोर बन जाए। पत्नी अगर अंगार बन जाए, तो पति गंगा की जलधार बन जाए। पति-पत्नी का रिश्ता तो प्रेम का रिश्ता है, विश्वास का सौदा है। एक-दूसरे के साथ संतुलन की नृत्य नाटिका है। अगर आप पत्नी हैं, तो मेरा अनुरोध है कि अपने पति से इतना प्रेम करो कि वह आपमें किसी देवी के दर्शन करे और अगर आप पति हैं, तो अपनी पत्नी से इतनी मोहब्बत करें कि वह आपको किसी फरिश्ते से कम न समझे। अगर हम अपने रिश्तों को प्रेम का मंदिर बना लें, तो जीवन की बाँसुरी से कुछ ऐसे स्वर निकलेंगे -
तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा, तुम्ही देवता हो, तुम्हीं देवता हो।
कोई मेरी आँखों से देखे तो समझे, कि तुम मेरे क्या हो, कि तुम मेरे क्या हो?
जिधर देखती हूँ, उधर तुम ही तुम हो न जाने मगर किन खयालों में गुम हो। ___ मुझे देखकर तुम, ज़रा मुस्कुरा दो, नहीं तो मैं समझूगी, मुझसे ख़फ़ा हो।
बहुत रात बीती, चलो मैं सुला दूँ, पवन छेड़े सरगम, मैं लोरी सुना दूँ। तुम्हें देखकर ये ख़याल आ रहा है,
कि जैसे फरिश्ता, कोई सो रहा हो। यम और यमी के बीच में विश्वास-भरा रिश्ता था। यमी यमलोक की महारानी थी। पत्नी का महत्त्व यमराज भलीभाँति समझते थे । यमराज उसके हर संकेत को समझ
59
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org