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________________ कैसे करें क्रोध को काबू ICO RINISTERRRRRRRR क्रोध को जीत सबसे बढ़ेगी प्रीत प्रेम हमारे जीवन का सबसे सुखदायी मित्र है जबकि क्रोध हमारे जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है। यह हमारी शांति को काटता है, हमारी सफलता का बाधक है और केरियर को समाप्त कर देता है। क्रोध का स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। क्रोध के कारण बुद्धि के दरवाज़े बंद हो जाते हैं और विवेक को जंग लग जाता है। व्यक्ति की वाक्-शक्ति को ग्रहण लग जाता है। वह भूल जाता है कि उसके बोलने का क्या विपरीत प्रभाव पड़ेगा। क्रोधी व्यक्ति को क्रोध में कुछ दिखाई नहीं देता और जब क्रोध की तासीर कम पड़ती है तब तक वह सब कुछ गँवा चुका होता है । क्रोध करने के बाद पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचता। क्रोध के उन्माद में व्यक्ति आत्महत्या करने पर उतारू हो जाता है। कोध करते समय खून में ज़हर प्रकट हो जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि माताओं को क्रुद्ध-अवस्था में बच्चों को अपनी छाती का दूध LIFE R Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003860
Book TitleLife ho to Aisi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhsagar
PublisherJityasha Foundation
Publication Year2012
Total Pages146
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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