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अन्तर्यात्रा : श्री चन्द्रप्रभ माउंट आबू में सम्पन्न संबोधि-ध्यान-शिविर में दिये गये प्रवचनों एवं जिज्ञासा-समाधानों का अमृत संकलन । साधना का क्रमिक स्वरूप।
पृष्ठ १४८,मूल्य २०/फिर मुक्ति के पंख खुले : श्री चन्द्रप्रभ भगवान् महावीर के चुनिंदे सूत्रों को आधार बनाकर अध्यात्म के अनछुए पहलुओं का समाकलन।
पृष्ठ १६० ,मूल्य २५/मनुष्य का कायाकल्प : श्री चन्द्रप्रभ । मन और चेतना की विभिन्न गुत्थियों को खोलते हुए ध्यान द्वारा जीवन के कायाकल्प का एक प्रशस्त मार्गदर्शन । साथ में है ध्यान की प्रयोगात्मक विधि। पृष्ठ २०० ,मूल्य २५/स्वयं से साक्षात्कार : श्री चन्द्रप्रभ मन-मस्तिष्क की ग्रन्थियों को खोलने के लिए ध्यान-शिविर में दिये गये अमृत प्रवचन ।
पृष्ठ १४६, मूल्य १०/विपश्यना और विशुद्धि : श्री चन्द्रप्रभ शरीर, विचार और भावों की उपयोगिता और विशुद्धि का मार्ग दर्शाता एक अभिनव प्रकाशन।
पृष्ठ १२२, मूल्य १२/ज्योति कलश छलके : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर जीवन-मूल्यों को ऊपर उठाने वाली एक प्यारी पुस्तक । भगवान् महावीर के सूत्रों पर प्रवचन।
पृष्ठ १६० ,मूल्य २०/वही कहता हूँ : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर स्तरीय प्रवचनांशों का संकलन ।
पृष्ठ ४८,मूल्य ३/संबोधि के दीप: श्री चन्द्रप्रभ जीवन-निर्माण एवं अन्तर्यात्रा के सिलसिले में हर व्यक्ति के लिए उपयोगी पुस्तक ।
पृष्ठ ११२,मूल्य १२/ज्योतिर्गमय : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर भीतर के अंधकार को काटता एक प्रकाशवाही संकलन । ध्यान-शिविर में दिये गये श्रेष्ठ प्रवचन ।
पृष्ठ ८८,मूल्य १०/शिवोऽहम् : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर जीवन की ऊंचाइयों को आत्मसात् करने के लिए एक तनाव-मुक्त स्वस्थ मार्गदर्शन ।
पृष्ठ १००, मूल्य १०/अमृत-सन्देश : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर अमृत सन्देशों का सार-संकलन।
पृष्ठ ५६, मूल्य ३/महक उठे जीवन-बदरीवन : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर व्यक्तित्व के निर्माण एवं समाज के विकास के लिए बुनियादी बातों का खुलासा।
पृष्ठ ३२,मूल्य २/तुम मुक्त हो, अतिमुक्त : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर आत्म-क्रान्ति के अमृतसूत्र । श्री चन्द्रप्रभ जी के छोटे-छोटे सूक्त वचनों का संकलन ।
पृष्ठ १०० ,मूल्य ७/रोम-रोम रस पीजे : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर जीवन के हर कदम पर मार्ग दर्शाता चिन्तन-सूत्रों का दस्तावेज। पृष्ठ ८८,मूल्य १०/
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