________________ (36) करवी नहीं. 6 को परपुरुष साथे हसीने हाथताली लेवी नहीं. 7 कोइ परपुरुषनी वेणी गुंथवी नहीं. 7 कोई परपुरुषनां अंग चांपवां नहीं. ए कोई परपुरुषना हाथनी पाननी बीमी लेवी नहीं. 10 कोइ परपुरुष साथे एक शय्याए बेसबुं अने सुवु नहीं. 11 वाटे शेरीए पुरुषना संगमां जवू नहीं. 15 घोमा विगेरे आमश विनाना वाहन पर बेसबुं नहीं. 13 ज्येष्ठ, ससरो, सासु तथा सासरामां कोई मोटेरानी साथे उभाबाजी करवी नहीं. 15 कोइ परपुरुष साथे एकांतमां रहे, नहीं. 15 परपुरुषथी दृष्टि मेलावी सरागथी जोवू नहीं. 16 को परपुरुष साथे सांकेतिक लाषाथी बोलवू नहीं. 17 योगी, जरमा अने लिदाचरनी साथे नाषण करवू नहीं. 10 कोई पुरुष देखे तेम वडीनीति लघुनीति करवी नहीं. १ए ज्यां पुरुषसुता होय त्यां अनर्गल थइ फरवू नहीं. 20 पुरुष देखतां आलस मरमवी नहीं. 21 तेम शरीरना अवयव उघामा करी बताववा नहीं. 22 अत्यंत मिष्ट पदार्थ खावा पर प्रीति राखवी नहीं. 23 जोजन अप करवं. 24 मोटे स्वरथी हसवू नहीं. 25 अजाणे घेर जवू नहीं. 26 पीयर जाउँ रहेवू नहीं. 27 घरनी वात कोइने कहेवी नहीं. 28 सासरानुं प्रव्य कपटथी पीयरीयाने आपq नहीं. २ए धीरा तथा नीचा स्वरथी बोलवू. 30 अंग सर्वे मंमित राखवू. 31 पोताना स्वामीनुं अपमान थाय त्यां जq नहीं. Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org