________________ Regd. No. R. J. 2529 Licenced to post without prepayment - Licence No. 6 IIIIIIIIIIIIII संकल्प स्थिर चित्त समाधि प्राप्त करूँ गुरुदेव चरण वन्दन करके, मैं नूतन वर्ष प्रवेश करूँ / शम-संयम का साधन करके, स्थिर चित्त समाधि प्राप्त करूँ // 1 // तन, मन, इन्द्रिय के शुभ साधन, पग-पग इच्छित उपलब्ध करूँ। एकत्व भाव में स्थिर होकर, रागादिक दोष को दूर करूँ // 2 // हो चित्त समाधि तन-मन से, परिवार समाधि से विचरूँ / अवशेष क्षणों को शासनहित, अर्पण कर जीवन सफल करूँ // 3 / / निन्दा, विकथा से दूर रहूँ, निज गुण में सहजे रमण करूँ / गुरुवर वह शक्ति प्रदान करो, भवजल से नैया पार करूँ // 4 // शमदम संयम से प्रीति करूँ, जिन आज्ञा में अनुरक्ति करूँ / परगुण से प्रीति दूर करूँ, 'गजमुनि' यो आतर भाव धरूँ // 5 // -आचार्य श्री हस्तीमलजी म. सा. Jeleducationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org