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शकुनशास्त्र हाथमां चोखाथी जरेलुं वासण लश्ने आवती मालुम पमे, सन्मुख जो कोइ नापिक ( वाणंद) पोतानां हथियार सहित आवतो मालुम पमे, जो कोश् कुंजार पोताना मस्तक पर पोतार्नु चाक अथवा माटीनुं वासण लश्ने जो सन्मुख आवतो मालुम पसे, लीलु वस्त्र पहेरीने तथा ललाटमां कुंकुमना तिलकवाळी अने धारण करेल रे हाथमां श्रीफल जेणीए एवी कोइ सधवा स्त्री अथवा कुमारिका जो सन्मुख आवती मालुम पके, जो को वेश्या स्त्री कटाक्ष मारती श्रकी सन्मुख आवती मालुम पके, सन्मुख कोइ घोमी पोताना बच्चा सहित स्वार विनानी श्रावती मालुम पमे, जो कोइ सधवा स्त्री पोतानी केम पर मुग्ध बाळकने लश्ने सन्मुख आवती मालुम पड़े, कोहरिणी सन्मुख थावती अथवा सन्मुख उनेली जो मालुम पमे, कोइ सधवा स्त्री पोताना हायमां पुष्यश्री नरेलुं वांसर्नु अथवा त्रांबार्नु वासण लश्ने जो सन्मुख आवती मालुम पमे, सन्मुख जो कोश सधवा स्त्री पोताना हाथमां कुंकुमश्री नरेलुं वासण लश्ने श्रावती मालुम पमे, जो कोइ सधवा स्त्री पोताना मस्तक पर रूपानो जळथी नरेलो कलश लश्ने सन्मुख आवती मालुम पमे, जो कोइ सधवा स्त्री पोताना पगमां ऊंकार शब्द करतां कांफर पहेरीने सन्मुख श्रावती मालुम पड़े, सन्मुख जो कोई बाळक दोमतो थको आवतो मालुम पमे, जो कोइ सधवा स्त्री पोताना जमणा हाथनी यांगळीए कोई बाळकने वळगामीने सन्मुख आवती मालुम पके, जो कोइ चांमालिणी पोताना मस्तक पर विष्टाश्री नरेलुं वासण लश्ने सन्मुख आवती मालुम
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