________________ वीर सेवा-मन्दिर-ट्रस्टके महत्वपूर्ण प्रकाशन अप्राप्य 5.00 अप्राप्य 10-00 3-00 12-00 10-00 अप्राप्य 2-00 1-50 10-00 1. जैन तर्कशास्त्र में अनुमान-विचार ( न्याय ) 2. देवनागम अपरनाम आप्तमीमांसा (दर्शन ) 3. यगवीर-निबन्धावली भाग-१ ( संस्कृति ४.युगवीर-निबन्धावली भाग-२ (संस्कृति ) 5. प्रमाण-नय-निक्षेपप्रकाश ( सिद्धान्त / 6. लोक-विजय-यन्त्र (ज्योतिष) 7. नयी किरण : नया सवेरा ( धार्मिक लघु उपन्यास) 8. प्रमाण-परीक्षा ( न्यायशास्त्र ) 6. रत्नकरण्डकश्रावकाचार 10. जैनधर्म परिचय (धर्मशास्त्र ) 11. आरम्भिक जैनधर्म (धर्मशास्त्र ) 12. करणानुयोग-प्रवेशिका (सिद्धान्त ) 13. द्रव्यानुयोग-प्रवेशिका सिद्धान्त) 14. चरणानुयोग-प्रवेशिका (सिद्धान्त ) 15. महावीर-वाणी ( सिद्धान्त-संकलन ) 16. मंगलायतनम् (भ० महावीरका संस्कृत-गद्यमें चरित) 17. ऐसे थे हमारे गुरुजी ( डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्रीका जीवन-वृत्त) 18. जैनदर्शनका व्यावहारिक पक्ष : अनेकान्तवाद 16. भगवान महावीरका जीवन-वृत्त 20. जैनदर्शन और प्रमाण शास्त्र परिशीलन 21. समाधिमरणोत्साहदीपक (द्वि० सं०) 22. तत्त्वानुशासन (ध्यानशास्त्र ) 23. प्रमेय-कण्ठिका ( न्याय) 24. जैन तत्त्वज्ञान-मीमांसा 25. द्वापरका देवता : अरिष्टनेमि 26. श्रावकाचार 27. आराधनासार सटीक ( हिन्दी अनुवाद सहित ) 28. सम्यक्त्व-चिन्तामणि 26. समन्तभद्र-ग्रन्थावली 30. पत्र-परीक्षा 31. पर्याएँ क्रमबद्ध भी होती हैं और अक्रमबद्ध भी 32. सिद्धान्त-सार 33. ज्ञान-सार 34. भाग्य और पुरुषार्थ : एक नया अनचित्र 35. आप्त-मीमांसा-देवा 30-00 36. सज्ज्ञान-चन्द्रिका 37. सम्यक्-चारित्र-चिन्र 38. जैन शिलालेख संग्रह .. ..! 134211 मिलने का पत बो० 32/12 जैन निकेतन, नरिया पो-बी० एच० यू, दारणासो-२०१००५ 8-00 अप्राप्य 10-00 3-00 2-00 1-00 75-00 6-00 अप्राप्य 3-00 50-00 12-00 4-00 10-00 30-00 प्रेसमें 4-50 4-50. 4-50 4-00 अप्राप्य 15-00 प्रेसमें gyanmandir2kobatirth.org www.pinelibrary.org,