SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 5
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ दो शब्द बहुत समय पहले मैंने 'जैन सिद्धान्त - प्रवेशिका' के अनुकरण पर 'करणानुयोग - प्रवेशिका', 'चरणानुयोग- प्रवेशिका' और 'द्रव्यानुयोग- प्रवेशिका' प्रश्नोत्तरके रूपमें रची थी । वे तीनों वीर सेवा - मन्दिर ट्रस्टके उत्साही कर्मठ मंत्री डॉ० दरबारीलालजी कोठिया, न्यायाचार्य के सौजन्यवश ट्रस्टकी ओरसे प्रकाशित हो रही हैं। प्रस्तुत चरणानुयोग-प्रवेशिकामें ५६३ पारिभाषिक शब्दोंका, जो चरणानुयोगसे सम्बद्ध हैं, अर्थ दिया गया है । इसी तरह द्रव्यानुयोग- प्रवेशिकामें २६५ शब्दोंकी और करणानुयोग- प्रवेशिकामें ७४४ शब्दों की परिभाषाएँ दी गयी हैं । आशा है इन अनुयोगोंके स्वाध्याय- प्रेमियोंको और विद्वानों को भी इससे सहयोग मिलेगा। यदि ऐसा हुआ तो मैं अपने श्रमको सफल समझँगा । यदि मैं कहीं स्खलित हुआ हूँ तो विद्वान् उसे सुधार लेवें और मुझे भी सूचित करें । मैंने आगम ग्रन्थोंके अनुसार ही प्रत्येक परिभाषा दो है । । कैलाशचन्द्र शास्त्री स्याद्वाद - महाविद्यालय, भदैनी, वाराणसी । Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003834
Book TitleCharnanuyog Praveshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKailashchandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1986
Total Pages78
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy