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१५४
१५४
अनुक्रमणिका
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मूल ५० टीका प० पृष्ठ जैमलजी की टीका
४५६-४६० ग्वाल भक्त की टीका
४६१ श्रीधर अवस्था का वर्णन
४६२ १५१ त्रय भक्त समुदाई वर्णन
२६४ निह कंचन की टीका
४६३-४६५ १५२ साखी गोपाल की टीका
४६६-४६६ १५२ रामदासजी की टीका
४७०-४७३ १५३ हरिदासजी का वर्णन
२६५
१५३ जसू स्वामी की टीका
४७४-४७५ नंददास वैष्णु की टोका
४७६ १५४ वारमुखी वर्णन वारमुखी की टीका
४७७-४७६ १५४ विप्र हरिभक्त का वर्णन एवं टीका
२६७ ४८०-४८१ १५५ भक्त भूप का वर्णन भक्त भूप की टोका अंतरनेष्टी नृप को कथा
२६३
१५६ अंतरनेष्टी नृप की टोका
४८३-४८६ माथुर विट्ठलदास का वर्णन
३००
१५७ माथुर विट्ठलदास की टीका
४६०-४६१ १५७-१५८ हरिरामदास का वर्णन
१५८ हरिरामदास की टीका
४९२
१५८ चोर वंकचूल वर्णन (परिशिष्ट में)
२६० जसु कुठारा का वर्णन (परिशिष्ट में)
२६०-२६१ समुदाई भक्त वर्णन
३०२
१५८ श्री राकापति वांकाजी का मूल
३०३-३०४
१५६ श्री राकापति वांकाजी की टोका
४६३-४६५ १५६ द्योंगू भक्त का वर्णन
३०५
१६० सोझा सोझी का वर्णन
३०६-३०७ कोताना का वर्णन
२६८
४८२
१५६
१६०
३०८
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