________________
अनुक्रमणिका
[ १५ ]
मूल ५० टीका प०
पृष्ठ
३४५
११५
३४६
११५
३४७
११५
३४६
२३२
विट्ठल विपुल की टोका लोकनाथ गुसाईं की टीका गुसाईं मधु को टोका कृष्णदास ब्रह्मचारी को टीका कृष्णदास पंडित की टीका भूगर्भ गुसाईं की टीका मुरारीदास का वर्णन मुरारीदास की टीका जनगोपालजी का वर्णन कृष्णदासजी का वर्णन संतदासजी का वर्णन संतदासजी की टीका मदनमोहनसूर का वर्णन मदनमोहनसूर की टीका तिलोचनादि १६ भक्तों का वर्णन
तिलोचन, हरिनाम, धीर, अधार, शोभा, सीवा, सधना, असाधर, डुंगर, काशीश्वर, नीरद्यो, राज, पदारथ, उदां, सोभू, पदम,
कृष्ण, विमलानन्द, रामदास । सधना की टीका कासीश्वर अवधूत की टीका भागवत धर्मनिष्ठ सन्यासी वर्णन
दामोदरतीर्थ, चितसुखानंद, नृसिंहारण्य,
माधवानंद, मधुसूदन, जगदानन्द प्रबोधानंद । प्रबोधानंद की टीका विष्णुपुरीजी का वर्णन विष्णुपुरीजी की टीका रामभक्त बालकृष्णादि का वर्णन
बालकृष्ण, जडभरथ, गोविन्द । श्री प्रतापरुद्र गजपतिजू की टीका
३४८ ११६ ३४८ ११६
११६
११६ ३५०-३५६ ११६-११८ २३३ २३४
११८ २३५
११८ ___३६० ११६ २३६-३७
११६ ३६१-३६५ ११६-१२० २३८
१२०
११८
६६-३६६
३७०
३७१
१२२
३७२
१२२
१२२
३७३
१२३
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org