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मधु, मंगल, राधिका, श्रीदामा, भोज, सुबल,
अर्जुन, सुबाहु, ग्वालवृन्द । व्रज वनधाम वर्णन
चन्द्रहास, मधुवर्त, रक्तक, पत्रक, मधुकंठ, सुविशाल, रसाल, सुपत्रि, प्रेमकंद, रसदान,
शारदा, बकुल, पयद, मकरंद, कुशलकर । सप्त द्वीप, सप्त समुद्र वर्णन सस द्वीप-जम्बू, पलक्ष, शालमलि, कुश,
क्रोध, शाक, पुहुकर। सप्त समुद्र-खार समुद्र, इभ, मधु, घृत,
दुग्ध, दधि, सुधा। नव खंडों के अधिपति नाम
नवखंड-इलावृत, भद्राश्व, हरिबर्ष, किंमपुरुष, भरत खंड, केतुमाल, हिरण्यखंड, रमणक, कुरु। अधिपति-सेस, हयग्रीव, नृसिंह, रामचंद्र, नारायन, लक्ष्मी, मत्स्य, कछप, वराह । सेवग-शिव, भद्रश्रव, प्रहलाद, हनुमत,
नारद, कामदेव, मनु, प्ररयमा, भूमि । वेतद्वीप वर्णन स्वेतद्वीप टीका कलियुग के भक्तों का वर्णन चार सम्प्रदाय बिगत वर्णन
मध्वाचार्य (श्री ब्रह्मसम्प्रदाय), विष्णु स्वामि (शिव सम्प्रदाय), रामानुज (श्री सम्प्रदाय),
निम्बादित (श्री सनकादि सम्प्रदाय)। रामानुज सम्प्रदाय वर्णन
विष्वक्सेन, सठकोप, बोपदेव, मंगलमुनि, श्रीनाथ, पुंडरीकाक्ष, राम मिष, पराकुश,
जामुन मुनि । रामानुज की टीका रामानुज गुरुभाई वर्णन
रामानुज नाम-श्रुतिषामा, श्रुतिदेव,
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