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विनयचन्द्रकृति कुसुमाञ्जलि
रमाws धर्मवचन माधक सामाजिनवचनोमहानुनाउयोगिकममा मानवचनोपनी जे सोधिक सुकलn पार मिमिका कारण विधिअयेषलायायापक नामोगिकता 38 अयोधिक निश्या" .श्री मारगयातकलापशनका गजझालनमः। नवरातिलिविस्वाहा gal जनयुक्तिसुसाधना'नागमयुप्रकलानितंत्रविहितलक्ष
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या। जेल्पनेहमऽतिविधाभावपकद्यश्करे॥४॥लिजेन्याल कलस्यमवयस्मापानियम उमरेसमालनी “पीलिराव ढाल : मेरेमनाएनी मायकवाखरेला नाम लैववाविवेक वकिपाका किसंधारेवारांबरमुगति " FINदिक मतदानमारय मारिशस
"चंमारधार
अशुपसापानम
Jain Educationa Inteकविवर के हस्ताक्षरों में कुगुरू स्वाध्याय का खरडाw.jainelibrary.org