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गौतम रास : परिशीलन
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म. तीन हैं
१७२४ भावनगर, गौडी पार्श्व. मन्दिर १८१३ प्रभास पाटण, अजितनाथ मन्दिर
जोधपुर, शान्तिनाथ मन्दिर २०४२ फलोधी, महावीर मन्दिर
लोहावट, चन्द्रप्रभ मन्दिर २०६६ पाली, शान्तिनाथ मन्दिर
समदडी, पार्श्वनाथ मन्दिर २१७६ बागरा, पार्श्वनाथ मन्दिर २३२२ प्रतापगढ़, महावीर मन्दिर २६७४ सेवाडी, वासुपूज्य मन्दिर २६७२ चांवडेरी, आदिनाथ मन्दिर ३१३५ रतलाम, चन्द्रप्रभ मन्दिर ३२६२ बरवाहा (बडवाई) विमल. मन्दिर ३५५२ कानोड, आदिनाथ मन्दिर ३८४३ डूंगरपुर, आदिनाथ मन्दिर ३६१४ पूना सीटो, गोडो पार्श्व. मन्दिर ४२६० लखनउ. मुनिसुव्रत मन्दिर
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इन प्रकाशित उल्लेखों के अतिरिक्त भी शताधिक स्थानों पर गौतम स्वामी की पादुकायें एवं मूर्तियां प्राप्त हैं, जिनकी शोध अनिवार्य हैं। विक्रम की २१ वीं शताब्दी में तो प्रचुर परिमाण में गौतम स्वामी की मूर्तियां प्रतिष्ठापित एवं स्थापित हो रही हैं, जो इनके प्रति अगाध श्रद्धा एवं भक्ति की सूचक हैं।
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