________________
८४
गौतम रास : परिशीलन
महुवा ऊना प्रजाहरा दीव कोडीनारा देव पाटण मंगलपुर वउणथली जूनागढ़ गिरनार
अष्टापद, बिहरमानजिन, पांडव, रायण पगला, खरतरवसही (आदि, नेमि, पार्श्व, कल्याणक बिंब ७२ देहरी, पंचमेरु, ८५ बिंब अष्टापद, सम्मेत शिखर, नंदीश्वर आदि १६०० बिब) सरगारोहणि, ऋषभ, नमि-विनमि, वाल्हावसही, कवडयक्ष, छीपावसही, आदि, शान्ति, मरुदेवी वीरप्रभु वीरप्रभु पार्श्वनाथ अदबुद आदि जिन, पार्श्व नेमिनाथ चन्द्रप्रभ, पार्श्व पार्श्वनाथ वीर पार्श्वनाथ नेमिनाथ ५२ जिनालय, वस्तिग वसही-आदिनाथ, तीन कल्याणक, अष्टापद, सम्मेत शिखर, शाम्ब-प्रद्य म्न ऋषभ, नेमि अजितनाथ आदिनाथ
अर्बुदगिरि तारणि (तारंगा) ईडर
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org