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अभ्यास
1. शब्दार्थ :
गोहो = ग्रामीण पोलग्ग = सेवा करना उवयाल = हित पीवर = अधिक पलई = नष्ट
बाहिरो = पीड़ित वासहरं = महल दोग्गच्च = दुर्गति प्रत्त = अपना लिच्छ = चाहने वाला उयाहु = अथवा विउव्व = बनाना तोस = संतोष पेसरगई = प्रयोजन भग्ग = नष्ट
भर
2. वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
सही उत्तर का क्रमांक कोष्ठक में लिखिए : 1. ग्रामीण ने सिद्ध-पुरुष से मांगा - (क) धन
(ख) विद्या (ग) विद्या से युक्त घड़ा (घ) भवन
[ ]
3. लघुत्तरात्मक प्रश्न :
प्रश्न का उत्तर एक वाक्य में लिखिए : 1. ग्रामीण ने देवमन्दिर में किसे देखा ? 2. सिद्ध-पुरुष को देखकर ग्रामीण ने क्या सोचा ? 3. ग्रामीण से सिद्ध-पुरुष ने कौन-सो वस्तु लेने के लिए पूछा ?
4. निबन्धात्मक प्रश्न :
(क) विद्यायुक्त घड़े से क्या-क्या प्राप्त होता था ? (ख) महापुरुष का स्वभाव कैसा होता है ? (ग) इस पाठ की शिक्षा अपने शब्दों में लिखिए ।
प्राकृत गद्य-सोपान
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