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[२०] जइ णं भंते! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं सत्तमस्स अंगस्स उवासगदसाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयमढे पन्नत्ते, दोच्चस्स णं भंते! अज्झयणस्स के अढे पन्नत्ते?
___ एवं खल जंब! तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा नामं नयरी होत्था, पुण्णभद्दे चेइए, जियसत्तू राया, कामदेवे गाहावई, भद्दाभारिया, छ हिरण्णकोडीओ निहाणपउत्ताओ छ हिरण्णकोडीओ वढिपउताओ छ हिरण्णकोडीओ पवित्थरपउत्ताओ छ वया दसगोसाहस्सिएणं वएणं होत्था । समोसरणं ।
जहा आणंदो तहा निग्गओ, तहेव सावयधम्म पडिवज्जइ, सा चेव वत्तव्वया जाव जेद्वपत्तं मित्त-नाई आपच्छित्ता जेणेव पोसहसाला तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता जहा आणंदो जाव समणस्स भगअज्झयणं-२
वओ महावीरस्स अंतियं धम्मपन्नत्ति उवसंपज्जित्ता णं विहरइ ।
[२१] तए णं तस्स कामदेवस्स समणोवासगस्स पव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि एगे देवे मायी मिच्छदिट्ठी अंतियं पाउब्भूए ।
तए णं से देवे एगं महं पिसायरूवं विउव्वइ तस्स णं दिवस्स पिसायरूवस्स इमे एयारूवे वण्णावासे पन्नत्ते-सीसं से गोकिलंज-संठाण-संठिय सालिभसेल्ल-सरिसा से केसा कविलतेणं दिप्पमाणा महल्ल उट्ठिया-कमल्ल-संठाण-संठियं निडालं मुगुंसपुच्छं व तस्स भुमकाओ फुग्गफुग्गओ विगयबीभत्सदसणाओ सीसघडिविणिग्गयाइं अच्छीणि विगय-बीभत्स-दसणाई कण्णा जह स्प्प-कत्तरं चेव विगय-बीभत्स-दंसणिज्जा, उरब्भपडसंनिभा से नासा, झुसिरा जमल-चुल्ली-संठाण-संठिया दो वि तस्स नासापुडया, घोडयपुंच्छं व तस्स मंसूई कविल-कविलाई विगय-बीभत्स-दंसणाई, उट्ठा उट्ठस्स चेव लंबा, फालसरिसा से दंता, जिब्भा जह जुप्प-कत्तरं चेव विगय-बीभत्स-दसणाई,
उट्ठा उट्ठस्स चेव लंबा फालसरिसा से दंता, जिब्भा जह सप्प-कत्तरं चेव विगयबीभत्सदंसणिज्जा हल-कुड्डाल-संठिया से हण्या, गल्ल-कडिल्लं च तस्स खड्डं फुट्ट कविलं फरुसं महल्लं, मुइंगाकारोवमे से खंधे, पूवरकवाडोवमे से वच्छे, कोट्ठिया-संठाण-संठिया दो वि तस्स बाहा, निसापाहाणसंठाण-संठिया दो वि तस्स अग्गहत्था, निसालोढ-संढाण-संठियाओ हत्थेस् अंगुलीओ, सिप्पि-पुडगसंठिया से नक्खा, पहाविय-पसेवओ व्व उरंसि लंबंति दो वि तस्स थणया, पोट्टे अयकोढओ व्व वढे, पाण-कलंदसरिसा से नाही, सिक्कग-संठाण-संठिए से नेत्ते किण्णपडसंठाण-संठिया दो वि तस्स वसणा, जमलकोट्ठिया-संठाण-संठिया दो वि तस्स ऊरू,
अज्जुण-गट्ठ व तस्स जाणूई कुडिल-कुडिलाई विगय-बीभत्सदंसणाई, जंधाओ कक्खडीओ लोमेहिं उवचियाओ, अहरी-संठाण-संठिया दो वि तस्स पाया, अहरी-लोढ-संठाण-संठियाओ पाएस अंगलीओ, सिप्पिपुडसंठिया से नक्खा लडह-मडह-जाणुए विगय-भग्ग-भुग्ग-भुमए अवदालिय-वयण-विवरनिल्लालियग्गजीहे सरड-कयमालियाए उंदुमाला-परिणद्ध-स्कयचिंधे नउल-कयकण्णपूरे सप्पकयवेगच्छे अप्फोडते अभिगज्जते भीम-मुक्कट्टहासे नाणाविह-पंचवण्णेहिं लोमेहिं उवचिए एगं महं नीलुप्पलगवलगुलिय अयसिकुसुमप्पगासं असिं खुरधारं गहाय जेणेव पोसहसाला जेणेव कामदेवे समणोवासए तेणेव उवागच्छद उवागच्छित्ता आसुरत्ते रुढे कुविए चंडिककिए मिसिमिसीयमाणे कामदेवं समणोवासयं एवं वयासी
[मुनि दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[७-उवासग दसाओ]