________________
सतं-८, वग्गो - ,सत्तंसत्तं- , उद्देसो-६
[४०९]जीवे णं भंते! ओरालियसरीराओ कतिकिरिए? गोयमा! सिय तिकिरिए, सिय चउकिरिए, सिय पंचकिरिए,सिय अकिरिए।
नेरइए णं भंते ! ओरालियसरीराओ कतिकिरिए ? गोयमा ! सिय तिकिरिए, सिय चकिरिए सिय पंचकिरिए। असुरकुमारे णं भंते! ओरालियसरीराओ कतिकिरिए? एवं चेव। एवं जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे। जीवे णं भंते! ओरालियसरीरेहिंतो कतिकिरिए? गोयमा! सिय तिकिरिए जाव सिय अकिरिए।
नेरइए णं भंते! ओरालियसरीरेहिंतो कतिकिरिए? एवं एसो जहा पढमो दंडओ तहा इमो वि अपरिसेसो भाणियव्वो जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे |
जीवा णं भंते! ओरालियसरीराओ कतिकिरिया? गोयमा! सिय तिकिरिया जाव सिय अकिरिया।
नेरइया णं भंते! ओरालियसरीराओ कतिकिरिया? एवं एसो वि जहा पढमो दंडओ तहा भाणियव्वो जाव वेमाणिया, नवरं मणुस्सा जहा जीवा
जीवा णं भंते! ओरालियसरीरेहिंतो कतिकिरिया? गोयमा! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि, अकिरिया वि।
नेरइया णं भंते! ओरालियसरीरेहिंतो कइकिरिया? गोयमा! तिकिरिया वि, चउकिरिया वि, पंचकिरिया वि।
एवं जाव वेमाणिया, नवरं मणुस्सा जहा जीवा।
जीवे णं भंते! वेठब्वियसरीराओ कतिकिरिए? गोयमा! सिय तिकिरिए, सिय चकिरिए, सिय अकिरिए।
नेरइए णं भंते! वेठव्वियसरीराओ कतिकिरिए? गोयमा! सिय तिकिरिए, सिय चठकिरिए। एवं जाव वेमाणिए, नवरं मणुस्से जहा जीवे।
एवं जहा ओरालियसरीरेणं चत्तारि दंडगा भणिया तहा वेठव्वियसरीरेण वि चत्तारि दंडगा भाणियव्वा, नवरं पंचमकिरिया न भण्णइ, सेसं तं चेव।
एवं जहा वेठव्वियं तहा आहारगं पि, तेयगं पि, कम्मगं पि भाणियव्वं। एक्केक्के चत्तारि दंडगा भाणियव्वा जाव वेमाणिया णं भंते! कम्मगसरीरेहिंतो कइकिरिया? गोयमा! तिकिरिया वि, चठकिरिया वि। सेवं भंते! सेवं भंते! ति.।
*अट्ठमे सए छट्ठो उद्देसो समत्तो.
0 सत्तमो उद्देसो 0 [४१०] तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे नगरे। वण्णओ। गुणसिलए चेइए। वण्णओ, जाव पुढविसिलावटाओ। तस्स णं गुणसिलयस्स चेइयस्स अदूरसामंते बहवे अन्नउत्थिया परिवति।
तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आदिगरे जाव समोसढे जाव परिसा
[दीपरत्नसागर संशोधितः]
[164]
[५-भगवई]