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॥ पद चुमालीशमुं ॥ राग टोमी ॥ तेरी हुं तेरी हुं एती कहुंरी, इन बातमें दुगो तुं जाने, तो करवत काशी जाय गहुंरी ॥ तेरी० ॥ १ ॥
वेद पुराण किताब कुरानमें, आगम निगम कबु न बहुंरी ॥ वाचा फोर सिखाइ सेवनकी, में तेरे रस रंग रहुंरी ॥ तेरी० ॥ २ ॥
मैरे तो तुं राजी चदीये,
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