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॥ पद बारमुं ॥ साखी ॥ कुबुद्धि कुबजा कुटिल गति, सुबुद्धि राधिका नारी ॥ चोपर खेले राधिका, जीते कुबजा दारी ॥ १॥ ॥ राग रामग्री ॥
खेले चतुर्गति चौपर ॥ प्रानी मेरो खेले० ॥ ए प्रकरणी ॥
नरद गंजीफा कौन गिनत है, माने न लेखे बुद्धिवर ॥ प्रा० ॥ २ ॥ राग दोष मोदके पासे,
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