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( ए) मंम्प गबो री॥ एरि घर मंडप गवो री॥
सखी०॥॥ वास चंदन शुन्न नाव अरगजा, अंग लगावो री॥ एरि पीया अंग लगावो री॥
सखी० ॥३॥ अनुनव प्रेम पीयाले प्यारी, नर नर पावोरी॥ कंत... नर नर पावोरी॥
सखी०॥४॥
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