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(१६) ॥ श्री चिदानंदाय नमः॥ ॥अथ श्री चिदानंदजी
अपर नाम कर्पूरचंदजी कृत बहोतेरीनां
पद प्रारंनः॥
॥पद पदेलु ॥राग मारु॥ ॥पिया परघर मत जावो रे, करी करुणा महाराज॥पिया॥
ए आंकणी॥ कुल मरजादा लोपकें रे,
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