SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 239
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रत्तंवरु पभणइ जइ एरिसु एत्थु जि पुव्वदेसि पंडियणरि तें विहारि अम्हइ विणि वि जण णवर घणागमे घणजल तित्तइ गुरु रत्तंवराई किर रक्खहु तहो भएण वासइ गिण्हेविणु णिसुणहु मज्झ कहा णउ जारिसु। 5 महु पिउ वुद्धभत्तु विक्कमपुरि । पढ़िउ समण्णिय वज्जिय मण । सो सणत्थु जहिं आइवि खित्तइ । दोण्णि सियाल एंत ता पेक्खहु । अद्ध वि णिम्मिय थहि चडेविणु। 10 पत्ता- को वारउ जाहि तहि करहु रत्तभिक्खु ता णिग्गय । जं वूवेहि थ हु अण्हहिं सहिउ उच्चएविणु णहे गय ॥८॥ (9) जोयण वत्तीस कमेवि तेहि भक्खिज्जहु भुक्खवसे ग जाम सुणहहँ भएय ते णट्ठवेवि पारद्धिएहि तेहि वि समाण णियदेसु विदेसु वि ण उ मुणेहु पुव्वं चिय लहु केसइँ सिराई तउवरि रत्तंवरवउ धरेहु इय वउ लएवि महियलि भमंत तो दिय भणे हि जे झुट्ठ आसि तें भणिउ कि ण एयारिसाइ अडइहि मेल्लेविणु जंवुएहि । ससुणह पारद्धिय पत्त ताम। अम्हइ पुणु थूहहो उत्तरेवि । गय एक्क णयरु भयकंपमाण । चितिउ एवहि किर किं कुणेहु।।..5 एयइँ साहीण. चीवराई। घडियहि सत्तहिं भोयणु करेहु । वहुकालें दुम्हह गयरु पत्त । ते भजिवि तुह किउ अलियरासि । तुम्हाण पुराणइ जारिसाइ । 10 (8) la कहि, 2.b परमस्थ, b किमाइय पयड कि किज्जे, 3.b जइ for इय, 4.b भगइ हि वोलंतह. a omits को पडिकुलु हवइ नयवंतह, 5.b पभणहहिं bणलं, 6.a बुद्ध भत्तु, 7.b आम्हई, a पढहु. b पढिउं, 8.b तित्तइं. a सो सणत्थि जा आयवेक्खेतइ, b खित्तई, 9.a रत्तंवराइ, a रक्ख हो, 10.b वासई, a उप्पत्ति च्चिय थूह for अद्ध वि णिम्मिम थहि, lla जाहिर, b कूवारउ तहिं किरहु, a रत्तसिक्ख, 12.a वूववि थू, a अम्हहि, a उच्चएवि पहे ण गया। (9) l.a तहि for तेहि, b अडइहे, a जंतुएहि, 2.b ससुणहं, 3.b अम्हई, 5.a विद्देस, b एवहिं, 6.a केसइ सिराइ एयइ साहीणय चीवराई, 7.b तोवरि, a घडियहि सत्तहि भोणुय करेहु, 9.b भणे हिं, b तुहुँ, 10.b भणिउं. किण्ण एयारिसाई, a पुराण पुरागइ, b पुराणई जारिसाई, 11.b भणहि पुराणहि, a ज्जइ, 12.b ०वयणगई। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003672
Book TitleDhammaparikkha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhagchandra Jain Bhaskar
PublisherSanmati Research Institute of Indology Nagpur
Publication Year1990
Total Pages312
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy